भारत सहित कई देशों में जून का पहला रविवार कैंसर सर्वाइवर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है.
इसे वर्ष 1988 से मनाया जा रहा है.
कहते हैं ' कोई लाख करे चतुराई, भाग्य का लेख मिटे न रे भाई'.
फिर भी
इसे वर्ष 1988 से मनाया जा रहा है.
- इस दिन कैंसर पर विजय पाने वालों का उनकी मजबूती और हिम्मत के लिए सम्मान किया जाता है.
- परिवार के सदस्यों, मित्रों व स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग की भी सराहना की जाती है.
- ख़ुशी मनाने के लिए रंगारंग आयोजन किये जाते हैं.
- लोगों में इससे बचने की जागृति बनी रहे इसलिए दिवस मनाए जाते हैं.
कहते हैं ' कोई लाख करे चतुराई, भाग्य का लेख मिटे न रे भाई'.
फिर भी
- कैंसर के बारे में अपना ज्ञान बढाएं.
- जीवन शैली के सुधार पर यथासम्भव ध्यान दें.
- अच्छे कर्मों द्वारा औरों की दुआएं पाएं.
- वातावरण को स्वच्छ, प्रदूषण रहित रखने में अपना योगदान दे.
- मन को दर्द में न जाने दें .
- ईश्वर को याद रख निर्भय - निश्चिन्त रहने का प्रयास करें.
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