Thursday 28 May 2015

दिव्य गुण / Divine virtues



देवताओं के निम्लिखित छत्तीस गुण बताए गए हैं.


  1. सरलता (Innocent, genuine), 
  2. स्वच्छता (Cleanliness), 
  3. सहनशीलता (Tolerance), 
  4. साहस (Courage), 
  5. संतोष (Contentment), 
  6. सहयोग (Cooperation)
  7. सादगी (Simplicity)
  8. स्फूर्ति (Energy), 
  9. निश्चिन्तता (Carefree), 
  10. निर्भयता (Fearlessness)
  11. नियमितता (Regularity)
  12. निरहंकारिता (Egoless)
  13. नम्रता (Humilty)
  14. न्यारापन (Detachment)
  15. अन्तर्मुखता (Introvert)
  16. आत्मविश्वास (Self confidence)
  17. अनुशासन (Discipline),  
  18. अथक (Tirelessness)
  19. आज्ञाकारी (Obedient),   
  20. श्रेष्ठता (Royalty), 
  21. शालीनता (Modesty)
  22. शुभ भावना (Good wishes), 
  23. दूरदर्शिता (Foresightedness)
  24. दृढ़ता (Firmness, Determination),  
  25. पवित्रता (Purity)
  26. परोपकार (Benevolence), 
  27. गुण ग्राहकता (Appreciative)
  28. गम्भीरता (Seriousness, Maturity), 
  29. धैर्य (Patience ), 
  30. हल्कापन (Lightness),  
  31. हर्षितमुखता (Cheerfulness), 
  32. उदारता (Generosity), 
  33. मधुरता (Sweetness), 
  34. यथार्थता (Accuracy), 
  35. ईमानदारी (Honesty) और  
  36. रहमदिली (Mercy).

Wednesday 27 May 2015

GOD is the Supreme Doctor

Doctors dress my wounds      but      YOU heal the wounds. 
Doctors give me medicine     but      YOU treat me. 
Doctors do the surgery         but      YOU make me recover. 
Doctors give tonics              but       YOU empower me.
Doctors write the prescription but  YOU cure me. 

YOU do and offer everything good for me. 

BUT when anything wrong comes to me its due to my own misdeeds or wrong choices.

आत्मविश्वास / Confidence


आत्मविश्वास का अर्थ है अपनी क्षमताओं पर भरोसा करना, स्वयं को पसंद करना, स्वयम का सम्मान करना, स्वयम को एक अच्छे जीवन के लायक समझना और जीवन के प्रति एक सकारात्मक रवैया रखना.

आत्मविश्वास बढ़ाने के कुछ उपाय

अपने भीतर उठते नकारात्मक विचारों को पहचानना और उन्हें सकारात्मक की तरफ मोड़ना. इसके लिए ज़रूरी है मेडिटेशन की कोई विधि सीखना. ईश्वर पर भरोसा करना, उससे बातें करना व शक्ति लेना. ईश्वर ने जो जो दिया उसके लिए लगातार धन्यवादी रहना.
सकारात्मक व प्रेरणादायी साहित्य पढना. सकारात्मक लोगों के सम्पर्क में रहना व उनसे बातें करना.
सकारात्मकता व ख़ुशी के गीत संगीत को सुनना.
जीवन जीने व कार्यों को ठीक से करने के लिए ज़रूरी ज्ञान अर्जित करना. ज्ञान हमें शक्ति देता है, आत्मनिर्भर बनाता है.
अपने गुणों, कलाओं व कुशलताओं को पहचानना व उन्हें विकसित करना. जो कार्य आप औरों से बेहतर करते हैं उसमे महारत हासिल करना व इस विधि से विशेष बनना. विशेषता सम्मान दिलाती है जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है. याद रहे कोई भी व्यक्ति गुणों से रिक्त नहीं होता.
लोग क्या कहेंगे की बहुत अधिक चिंता न करना.
हर समय सिर्फ निंदा करते रहने वाले लोगों से दूर रहना या उनकी बात को अनसुना करने की क्षमता विकसित करना.
किसी समस्या के आने पर अधिक से अधिक नुकसान क्या होगा वह हिसाब लगाकर उसके लिए अपने आपको तैयार कर लेना. नुकसान उठाने की क्षमता आत्मविश्वास लाती है.
लोगों से अपनी तुलना न करना. ईश्वर ने हर किसी को विशिष्ट बनाया है. सब में सब कुछ एक जैसा होना असंभव है.
अपनी गलतियों को जानना, उन्हें सुधारना और साथ साथ स्वयम को माफ़ भी करना. अपराधबोध से आत्मविश्वास गिरता है. जीवन के बुरे अध्यायों को बंद करते हुए ही चलना होगा.
हर काम को अतिनिपुणता से करना संभव नहीं होता. शक्ति और समय की सीमाएं हमेशा रहती हैं. जितना वश में हो उतना करके संतुष्ट हो जाने से स्वयम की निंदा से बचेंगे.

अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना. स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास हो सकता है.

Tuesday 26 May 2015

सरलता / Genuine, Innocent


सरलता का अर्थ है साफदिली, भोलापन और सहजता. सरल वह व्यक्ति है जिस को कपट या छल न आता हो; जिसका व्यवहार नाटक रहित हो, जिसने व्यवहार को रचा न हो; जहाँ छद्म न हो; तथा जिसका मन स्पष्ट, सच्चा, खरा, निर्मल, बनावट रहित व दर्पण की तरह साफ़ हो.
सादगी और सरलता में अंतर है. सीधे साधे रहन सहन को सादगी कहते हैं जबकि सीधे सादे मन को सरलता कहते हैं.
सरल हृदय लोग जो बात आपके सामने कहेंगे वही पीठ पीछे भी कहेंगे. वे सामने मीठे और पीठ पीछे कड़वे नहीं होते. इन्हें बात को घुमा फिरा कर कहना अच्छा नहीं लगता. इन्हें लोगों के कटाक्ष व उपहास भी कम समझ में आते हैं. ये अपनी कमियां भी आसानी से बता देते हैं. इनके पास बहुत कुछ राज़ या रहस्य नहीं होते.

सरल ह्रदय को ईश्वर सहजता से प्राप्त होते हैं. कहते हैं सरल आत्मा के साफ़ आईने में परमात्मा का प्रतिबिम्ब आसानी से व स्पष्ट दिखता है. वे ईश्वर को दिल में रखते हैं और ईश्वर उन्हें अपने दिल में बैठाते हैं. 

उदारता / Generosity


उदार व्यक्ति हैसियत और उम्मीद से ज्यादा आर्थिक मदद देते हैं. ये दान अपनी इच्छा से करते हैं किसी डर या मजबूरी से नहीं. उनके मन में भरपूरता का एहसास होता है. ये हमेशा दाता होते हैं. इनमे स्वार्थ की कमी होती है. देकर भी ये सोचते हैं कि कुछ नहीं दिया.
उदार व्यक्तियों को त्याग करने में अधिक तकलीफ नहीं होती. उनकी अधिक संग्रह की प्रवृत्ति नहीं होती.
ये कंजूस नहीं होते. अपने नौकरों आदि को उचित वेतन देते हैं. दण्ड आदि माफ़ कर देने की वृत्ति होती है. परोपकार की भावना इन्हें उदार बनाती है.
ये अत्यधिक हिसाब - किताब नहीं रखते. जिसने मेरे लिए जितना किया मैं भी उसके लिए उतना ही करू ऐसा नहीं सोचते. थोड़े समय की आर्थिक मदद पर ब्याज नहीं लेते. ये हर पुरानी चीज़ को बेचने के बारे में नहीं सोचते यूँ ही भी दे देते हैं.
ये दूसरों के धन के बदले प्रचुर सामान देते हैं व ग्राहक को संतुष्ट करते हैं.
ये अच्छे कामों में धन सहयोग मांगे जाने पर हिचकने की बजाए बिना देरी किये सहयोग करते हैं.
उदारता देवताओं का गुण है अतः उदारता मनुष्य को देवता समान बनाती है.


Thursday 14 May 2015

सादगी / Simplicity


सादगी पसंद लोगों को भव्यता का लोभ नहीं होता. ऐश्वर्य उन्हें नहीं लुभाता. दिखावा करने की बजाय वे वास्तविकता के नज़दीक बने रहना चाहते हैं. वे आडम्बर रहित जीवन जीते हैं.
ये जीवनशैली, रहन - सहन के मामलों में औरों से प्रतियोगिता नहीं करते.
दूसरों की स्वीकृति का ठप्पा लगवाना उनके लिए जरूरी नहीं होता. अतः दूसरे क्या सोचेंगे यह परवाह किये बिना अपनी जीवन शैली अपने अनुरूप चुनते हैं.
वे औरों से प्रभावित नहीं होते. अतः दूसरों के एश्वर्य की नकल नहीं करते.
वे चटपटे व भाँति - भाँति के व्यंजनों की बजाय साधारण भोजन खाते हैं. अपने घर में बहुत महंगी साज - सज्जा नहीं रखते. साधारण वाहन का प्रयोग करते हैं.
वे आरामदायक, साफ - सुथरे, सही फिट के वस्त्र पहनते हैं जो अति सजावटी, भड़कीले व तनदिखाऊ न हों ( जिनकी तरफ बार बार ध्यान जाए) किन्तु पुराने रिवाज़ के भी न हों. सिर्फ वस्त्रों की वजह से औरों के आकर्षण या तारीफ़ के पात्र बनें ये उन्हें गवारा नहीं होता. उनके मंहगे व नित नए नए वस्त्र किसी में हीं भावना या असहजता भरें यह उन्हें पसंद नहीं होता. 
गैरज़रूरी खर्चे नहीं करते हैं. अतः मितव्ययी होते हैं. पैसा ज़्यादा है इसलिए ज़्यादा खर्चना ही है यह ज़रूरी नहीं समझते. बचाए गए धन को परोपकार में इस्तेमाल करते हैं.
उन्हें अपने शारीरिक आकर्षण से किसी को चमत्कृत नहीं करना अतः वे मेकअप नहीं करते, बहुत गहने नहीं पहनते, पैरों में आरामदायक जूते पहनते हैं, तरह - तरह के केश विन्यास नहीं आज़माते.
दिखावा करने से कार्य बढ़ जाता है, लेकिन वे काम घटाना चाहते हैं ताकि जीवन पेचीदा की बजाय आसान बने.
सदा संतुष्ट रहने के कारण ये सादा रहते हैं. अपनी सादगी इन्हें और संतुष्ट रखती है.

Simplicity loving people do not crave for magnificence. Grandeur does not attract them. Instead of showing off they want to be near to reality. They live a life style free from pageantry. They do not compete with others' lifestyle. They do not seek approval from others.They choose their life style as per their convenience without bothering what people will say. They are not impressed with others therefore do not follow others' way of living. They do not demand spicy and a large variety of recipes in food. They decorate their houses in simple, less costly ways and use ordinary vehicles. They wear comfortable, clean, easy fit and  modest clothes which are not too costly and body and figure  showing (which catch attention of people). Seeking others' attention and appreciation on the basis of clothes is not acceptable to them. They do not want to fill inferiority and uneasiness in others due to their own luxurious and daily new clothes. They do not spend unnecessarily. They spend less. They feel that having lots of money does not mean that one should spend a lot. They use their surplus money for social causes. They do not want to impress others with their bodily or facial beauty. Therefore they do not opt to use cosmetics. They wear minimal jewellery and comfortable, durable and simple footwear. They do not try various hair styles. They feel that decoration and showing off consumes a lot of time and makes life complicated. They want to make their life easy. Their internal satisfaction makes them simple and they remain satisfied with their simple looks. 

Wednesday 13 May 2015

गंभीरता / Seriousness/ Maturity


गम्भीरता के गुण वाले व्यक्ति विचारशील होते हैं. ये स्वयम और जीवन के बारे में गहराई से सोचते हैं. उन्हें अपने जीवन के लक्ष्य स्पष्ट होते हैं. उन लक्ष्यों को पाने के लिए वे सोच समझ कर योजना बनाते हैं और उस योजना के अनुसार चलते भी हैं.
ये जो सोचते है वही कहते हैं और जो कहते हैं वही करते हैं. अतः इनके बोल और व्यवहार भरोसे के लायक होते हैं.
ये निष्ठावान होते हैं व अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं.
ये अनुशासित होते हैं अतः नियमानुसार चलते हैं और समय के पाबन्द होते हैं.
ये अल्पभाषी होते हैं. विस्तार की बजाए सार में बात करते हैं.
ये अपने हर क्रम पर पूरा ध्यान देते हैं और शालीन व्यवहार करते हैं.
ये धैर्य व ध्यान से सुनने वाले अच्छे श्रोता होते हैं.


Tuesday 12 May 2015

शालीनता / Decorum / Dignity / Bashfulness


अर्थ-  भद्रता, शिष्टाचार, मर्यादा, शराफत (अश्लीलता न होना), Modesty, decency, royalty

अगर निम्नलिखित दोष व्यवहार में न हों तो व्यवहार शालीन माना जाता है -

जोर जोर से बातें करना, बातें करते हुए हाथ भी मारना. जोर से व विकारयुक्त गन्दी हँसी हँसना. दीवारों पर गन्दी बातें लिखना. गलियों युक्त व अश्लील भाषा का प्रयोग करना. गंदे चुटकुले सुनना. महिलाओं के देह के बारे में घटिया बातें करना. गन्दा स्पर्श करना. घूरना, गन्दी भाव - भंगिमाएँ व इशारे करना. सीटी बजाना. गली के नुक्कड़ पर बैठकर महिलाओं को देखना. छिपकर किसी की फोटो खींचना. टॉयलेट ढूँढने की बजाय खुले में या दीवारों के पास निवृत होना. गली में निकर बनियान पहनकर घूमना. अखबार मैगज़ीन में गंदे चित्र देखना. गंदे चित्र बनाना. गन्दी फिल्मे देखना. गन्दा साहित्य पढना.

गहरे गले, बिना बाजू के, तंग फिटिंग के वस्त्र सिलवाना. देह अभिमान से भरी चाल चलना. रूप रंग पहरावे या मेकअप से किसी को आकर्षित करना. औरों की निजी बातें खोद खोद कर पूछना. औरों के घर आने जाने वालों पर सदा नज़र रखना. औरों के घर में ताँक झाँक व जासूसी करना. सार्वजनिक स्थानों पर अनुशासन तोड़ कर लाइन में प्रविष्ट होना. अपने घर के बाहर बगीचा बना कर अपनी गाड़ी दूसरों के रैम्प पर खड़ी करना.

Behaviour which is not considered modest.
Talking very loudly. Too much hand movements while talking specially clapping / patting / slapping on other's body. Laughing loudly and with vulgarity. Writing bad words on walls, doors, etc. Calling names. Using vulgar language.Telling non veg jokes. Talking bad about females' bodies. Objectionable touch on other's body. Staring. Making vulgar gestures and signs. Whistling with wrong suggestions. Keeping eyes on females while standing at the street corners or shopping centres. Taking someone's photo or making video secretly. Wandering in street wearing vest and shorts or bedroom wear. Viewing naked or half naked photos in magazines and newspapers. Making vulgar sketches. Watching vulgar movies and serials. Reading vulgar literature.
Wearing body showing clothes i.e. deep neck, tight fit, backless, sleeveless. Body conscious walk. Attracting somebody with facial and bodily beauty and make up. Digging for someone's personal secrets. keeping vigil on others' houses. Breaking in queues. Making garden in front of own house and parking car on others' ramps.

सहिष्णुता / सहनशीलता / Tolerance



अर्थ – बिना दुःख पाए किसी व्यक्ति या परिस्थिति के साथ एडजस्ट / समायोजन करना. जो व्यक्ति समय , स्थान या परिस्थिति जैसी है उसे ज्यों के त्यों एक्सेप्ट / स्वीकार करना. क्यों? कैसे? का प्रश्न न खड़ा करना. शरीर या मन की प्रतिकूलता को बर्दाश्त करना जैसे सर्दी गर्मी, भूख प्यास, आर्थिक तंगी, अपमान, डांट फटकार अर्थात मन या शरीर के कष्ट / डिसकम्फर्ट को सहज भाव से झेल लेना, उसे अधिक महसूस न करना.

लक्षण

लचीलेपन वाले होते हैं. धीरज वाले होते हैं. बातों को दिल पर नहीं लेते. वाद विवादों में नहीं पड़ते. झगड़ों से दूर रहते हैं. क्रोध नहीं करते. बदला नहीं लेते. क्षमा कर देते हैं. लड़ाई-झगडा मार-पीट गाली गलौच नहीं करते. निंदा नहीं करते. किसी के दिए दुःख को बरसों तक याद नहीं रखते. सदा दुर्भाग्य का रोना नहीं रोते. व्यक्तियों, परिस्थितियों व दुनिया को कोसते. 


फायदे


जीवन तनाव मुक्त बनता है. आपके प्रति आदर भाव पनपता है. स्वयं झुककर दूसरों को झुकाया जा सकता है. सम्बन्ध मधुर बनते हैं. दोस्तियाँ लम्बी निभती हैं. दुश्मन कम बनते हैं. लड़ाई आदि में समय व्यर्थ नहीं जाता. उर्जा बचती है. एकरस स्थिति में रहना सम्भव हो पता है.

कैसे बने सहनशील?

·         आत्मिक स्मृति द्वारा रहम की दृष्टि रखें. सामने वाले को नासमझ जानकर माफ़ कर दें. एक आत्मा न मिले दूसरी से. सब का स्वभाव भिन्न होता है अतः ज्यादा अपेक्षाएं न करे.
·         सामने वाले का गुस्सा सिर्फ थोड़ी देर ही रहेगा फिर वही पछतायेगा यह जानकर स्वयं पर नियंत्रण कर लें.
·         दुःख हमेशा नहीं रहता ये मानकर सहना आसान होता है.
·         ईश्वर पर भरोसा रखने से सहनशक्ति आती है.

·         कर्मों की गति को ध्यान में रखकर सोच लें कि कोई पुराना कर्ज़ चुका कर हल्के हो गए.  

ईमानदारी / Honesty


अर्थ- ईमानदारी या अस्तेय का अर्थ है कोई भी वो वस्तु अपने पास न रख लेना या अपनी न बना लेना जो हमारी नहीं है या जिस पर हमारा हक नहीं है. ईमानदारी के ही पहलू हैं  सत्यता, लोभ रहितता व निष्ठा.

लक्षण

धोखा न देना. हेरा फेरी न करना. चोरी न करना. झूठ न बोलना. स्वयं से, औरों से व ईश्वर से ईमानदार.कोई न भी देख रहा हो तो भी ईमानदार.

आसानी से दिखने वाले लक्षण  :

  • खाली बैठ कर तनख्वाह न लेना. 
  • दो नम्बर का धन न कमाना. 
  • किसी और की सम्पत्ति न हड़पना. 
  • अपने मकान की चारदीवारी बढाकर सरकारी जमीन न घेरना. 
  • सम्पत्ति बंटवारे के समय दूसरे का हक न मारना. 
  • झूठे बिल न बनाना. 
  • बिना आमंत्रण किसी अनजान की शादी या पार्टी में घुस कर खाना न खाना. 
  • सरकारी गाड़ी व नौकरों का गैर क़ानूनी घरेलू इस्तमाल न करना.
  • रास्ते में पड़ी धनराशि घर न ले आकर दानपात्र में डाल देना.
  • कोई व्यापारी गलती से अधिक सामान या रूपए दे  दे तो उसे वापस कर देना . 
फायदा

आत्मा में बल भरता है. स्वयम का सम्मान कर पाते हैं. औरों द्वारा सम्मानीय बनते हैं. भरोसेमंद बनते हैं. मन की शांति बनी रहती है. किसी को दुःख देने के निमित नहीं बनते. विकर्मों का खाता नहीं बढ़ता. अपनी सन्तान ईमानदार बनती है.

Monday 11 May 2015

परोपकार, परमार्थ / Benevolence


परोपकारी के लक्षण Characteristics of benevolent

·         अपने स्वार्थ के बिना दूसरों की भलाई का कार्य करना. दूसरों को ख़ुशी, आराम, संतुष्टि और राहत देना.             दया, करुणा, सहानुभूति रख कर मदद करना.
·         औरों को ज्ञान व गुणों से भरना.
·         बुजुर्गों, विकलांगों, रोगियों, घायलों, अनाथ बच्चों की मदद व सेवा करना.
·         घायल पशु-पक्षियों की मदद करना. उन पर हिंसा न करना. मॉस न खाना.
·         रक्तदान, नेत्रदान, आदि करना.
      किसी को अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करना.
·         नेकी कर कुँए में डालना. पर उपकार करके उसका गायन न करना. मदद करके स्वयम ही भूल जाना.

Working selflessly for benefit of others. Giving happiness, comfort, gratification and relief. Helping with the feelings of compassion, mercy, charity and sympathy. Filling others with knowledge and virtues. Helping the aged, disabled, weak, poor, patients, wounded and orphans. Helping the wounded animals and birds. Being non-violent and vegetarian. Donating blood, eyes etc. helping others to become earning and independent. Not mentioning the help rendered and forgetting the help done. 

कौन होगा / बन सकेगा परोपकारी? Who can be Benevolent?

जो सब के लिए स्नेह, शुभ भावना, शुभ कामना रखता होगा.
जो दयावान या रहमदिल होगा.
जो सहनशील व क्षमाशील होगा.
जो उदार ह्रदय व त्यागी होगा.
The one who has affection, auspicious feelings and good wishes for others. The one who is merciful, tolerant, forgiving, generous and sacrificing.

परोपकारी होने का फायदा Benefits of being benevolent.

वे रहीम नर धन्य है, पर उपकारी अंग।
बांटनवारे को लगे, ज्यों मेंहदी के रंग।।
कविवर रहीम कहते हैं कि जैसे मेंहदी बांटने वाले को स्वयम भी उसका रंग लग जाता है वैसे ही वे मनुष्य धन्य हैं जो परोपकार में लीन हैं। 


परोपकारी व्यक्ति क्योंकि औरों को सुख देता है अतः वह स्वयम भी सुखी बनता है. वह स्नेह देता है अतः स्नेह का पात्र बनता है. गुण दान करता है तो गुणी बनता है. धन दान देता है तो धनी बनता है. ज्ञान दान देता है तो ज्ञानवान बनता है. 
As the benevolent person gives pleasure and comfort to others he himself gets happiness and comfort automatically. When he gives affection he gets affection. When he makes others virtues he becomes more virtuous. When he donates or contributes money he becomes richer. When he distributes knowledge he becomes more knowledgeable. 

स्फूर्तिवान / Energetic


स्फूर्ति का अर्थ- सजीवता, ओज, ऊर्जा, सक्रियता, चुस्ती- फुर्ती
Meaning- Lively, active, vigour

स्फूर्तिवान के लक्षण Characteristics of energetic person

खुश व ताज़ा दिखते हैं. चेहरे पर सुस्ती या उदासी नहीं दिखाई देती. चुस्त चाल में चलते हैं. चौकन्ने हो कर बैठते हैं. उमंग उत्साह से भरे रहते हैं. ज्यादा नहीं सोते. वातावरण में रूचि लेते हैं. जिंदादिल होते हैं. गर्मजोशी से मिलते हैं.
They look happy and fresh. There is no laziness or sadness on the face. Walk actively. Sit with alertness.Filled with zeal. Do not sleep more than just required. Take interest in their surroundings. They are vivacious. Meet warmly. 

फायदे Benefits

सक्रियता बनी रहती है. खूब कार्य कर पाते हैं. नया कार्य मिलने पर उत्साह महसूस करते हैं. अन्य निराश, दुर्बल, दुखी, निष्क्रिय लोगों में भी ख़ुशी, आशा, उमंग, उत्साह व ऊर्जा भर पाते हैं.
Energetic people can remain engaged in fruitful activities. They work a lot and give output. They feel enthusiastic for newly assigned work. They can fill happiness, zeal and vigour in other weak, sad and inactive people.

स्फूर्ति बनाए रखने के उपाय How to be energetic?


कम खाना, सैर करना, बच्चों के साथ खेलना, प्राणायाम-आसन आदि करना. घर में सूरज की रौशनी आने देना. ऊर्जावान लोगों से मिलना. स्फूर्ति भरे गीत सुनना. नवीन किन्तु अच्छा साहित्य पढ़ते रहना. 
Eating less, going for a walk, playing with children, doing Pranayama, Aasana, exercise, etc. Allowing daylight and sunlight in the house. Meeting energetic people. Listening to songs filled with energy. Reading new and good literature.