Wednesday 6 May 2015

मन या आत्मा का हल्कापन / Lightness

मन या आत्मा का हल्कापन / Lightness


हल्केपन के लक्षण
उमंग उत्साह होना, चेहरे पर ख़ुशी रहना, स्वयम को शक्ति सम्पन्न महसूस करना, सुख-शांति-प्रेम-आनंद-ख़ुशी का अनुभव करना, ईश्वर से सहज ही योग लग जाना, सहज ही देह को भूल देही अभिमानी बनना, सहज फ़रिश्ता रूप व सहज ही अशरीरी अनुभव करना.

मन या आत्मा के भारीपन के लक्षण
थकान, शिथिलता, शक्तिहीनता, नींद न आना या बहुत नींद आना, सुबह मजबूरी से उठाना, उधेड़बुन में रहना, घबराहट होना, उदासी या दुःख महसूस करना, डर लगना, निर्णय न ले पाना, फंसा हुआ महसूस करना, चिडचिड़ा होना, खीजना, तनाव महसूस करना, सिरदर्द, माइग्रेन, अवसाद, जल्दी में रहना,  लक्ष्य विहीन होना, चिंता करना और उलझन होना.  

भारीपन के कारण
·         मन को फॉरवर्ड, बैकवर्ड और रिवाइंड- प्ले करते रहना. फॉरवर्ड मतलब जिसे सोचने का समय नहीं आया उसे सोचना, बैकवर्ड मतलब जिस भूतकाल को सोचकर अब कोई फायदा नहीं उसे सोचना, रिवाइंड-प्ले का अर्थ बार बार उसी बात को सोचते रहना, दिमाग से न निकालना.
·         इच्छाएँ व तृष्णाएँ अधिक होना जैसे पुत्रेष्णा (पुत्र की इच्छा), वित्तेष्णा (धन की इच्छा) और लोकेष्णा (सम्मान व प्रसिद्धि की इच्छा).
·         अधिक जिम्मेदारियों का वजन उठा लेना. कामों को अधिक बढ़ा लेना. एक साथ कई जगह पैर उलझा लेना. व्यापार को अपने बूते से अधिक विस्तार देना. मित्रों सम्बन्धियों का नेटवर्क बाधा लेना. सब को खुश रखने का प्रयास करना.
·         विकारों का वजन बढ़ जाना जैसे काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार का वजन.

हल्कापन कैसे आयेगा ?
·         बीती बातों को बिसार वर्तमान की सुध लेना और भविष्य के बारे में ज़्यादा चिंता न करना.
·         हर घटना में कुछ न कुछ कल्याण छिपा है ऐसा समझना.
·         मन से सब कुछ प्रभु को सौंप कर निश्चिन्त हो जाना.
·         सुख देना, दुआयें लेना.
·         विचारों की सख्या को घटाना. व्यर्थ व नकारात्मक विचारों से बचना.
·         मन की बातें इश्वर से कह देना.

·         औरों की गलतियाँ माफ कर देना. बातों को दिल से लगा कर न रखना. बदला लेने या सबक सिखाने के प्रयास न करना.   

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